Ration Card: उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के चलते मुफ्त में राशन देने की स्कीम सभी गरीब नागरिकों के लिए शुरू की थी जिससे उन्हें राहत मिल सके पर अब ये स्कीम बंद करने की योजना यूपी सरकार बना रही है। हालांकि अभी सितंबर तक ये योजना जारी रहेगी।
कीमत का करना होगा भुगतान
हालांकि ये योजना बंद करने के बारे में योगी सरकार सोच रही है,पर आपको बता दें कि इसके बंद होने के बाद भी राशन कार्ड धारकों को गेहूं के लिए 2 रुपये और चावल के लिए 3 रुपये प्रति किलो की खरीद के लिए देने होंगे। जुलाई महीने के राशन वितरण हो जाने के बाद से यह बदलाव लागू कर दिया गया है।
तीन महीने के लिए बढ़ाई गई थी योजना
उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड महामारी के दौरान केंद्र सरकार के अलावा गरीबों को मुफ्त राशन देना शुरू किया था। पहले सरकार ने इसे मार्च 2022 तक बढ़ाया था। मार्च में एक बार फिर से वापसी पर योगी सरकार ने इस योजना को फिर से तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया था। योजना के तहत मुफ्त राशन जून तक मिलना है। यूपी में योजना क्योंकि दो महीने देर से चल रही है। ऐसे में सितंबर से राशन लेने के बदले सभी राशन कार्ड धारकों को भुगतान करना होगा।
15 करोड़ लोगों पर पड़ेगा इस बात का असर
वर्तमान में यूपी में राशन कार्डधारकों की संख्या 3.59 करोड़ है। इसमें अगर अलग अलग कैटेगरी के राशन कार्ड्स की बात करें तो गृहस्थ राशन कार्ड धारक 3.18 करोड़ और अंत्योदय कार्ड धारक 40.92 लाख हैं। दोनों ही तरह के राशनकार्ड पर कुल आश्रित 14.94 करोड़ लोग हैं।सरकार की तरफ से इस योजना को बंद करने पर 15 करोड़ लोगों पर भारी असर पड़ेगा।
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