कथक को विश्व स्तर पर प्रसिद्ध करने वाले मशहूर नृतक पंडित बिरजू महाराज (Pandit Birju Maharaj) नहीं रहे। पंडित जी या महाराज जी के नाम से प्रसिद्ध पंडित बिरजू महाराज का जन्म 4 जनवरी सन् 1938 को लखनऊ में हुआ था। वो लखनऊ घराने से आते थे।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के नृत्य कथक में अपनी महारत हासिल की और कथक को विश्व प्रसिद्ध बना दिया। खबरों की माने तो रविवार रात पंडित जी जब अपने पोते के साथ खेल रहे थे तभी उन्हें हार्ट अटैक आया, अटैक के तुरंत बाद पंडित जी को साकेत(दिल्ली) स्थित एक अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पंडित जी 83 वर्ष के थे और भारतीय कला में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए उन्हें सदैव जाना जाएगा।
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Pandit Birju Maharaj को दी गई श्रद्धांजलि :-
जब है पंडित जी(Pandit Birju Maharaj) के निधन की खबर लोगों में फैली लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया। बड़ी हस्तियों में से पहले पीएम मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए अपने ट्विटर पर एक पोस्ट डाला और लिखा ‘ पंडित जी के निधन से में अत्यंत दुखी हूं। ॐ शांति। ‘ वही उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने भी अपने ट्विटर पर पोस्ट डाल उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं बॉलीवुड से जाने माने गयक अदनान सामी और मालिनी अवस्थी ने भी पोस्ट कर उन्हे श्रद्धांजलि दी।
बहुत से पुरस्कारों से नवाजे गए है पंडित जी :-
पंडित जी(Pandit Birju Maharaj) को अपने कला के लिए बहुत से पुरस्कार दिए गए जिनमें पद्मा विभूषण(1983), नाटक अकादमी (1986) और कालिदास सम्मान सामिल हैं। पंडित जी को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय और खैरागढ़ विश्वविद्याल ने डॉक्टरेट की उपाधि भी दी है।
फिल्मी दुनिया का सफर :-
पंडित जी(Pandit Birju Maharaj) ने अपनी नृत्य कला से हिंदी फिल्मों को भी रोशन किया। उन्होंने ने देवदास, डेढ़ इश्किया, उमराव जान, और बाजीराव मध्तानी जैसी प्रसिद्ध फिल्मों का नृत्य निर्देशन(dance choreograph) किया। पंडित जी नृत्य के साथ भारतीय संगीत के गायक भी थे, तभी उन्होंने सत्यजीत राय की फिल्म ‘ शतरंज के खिलाड़ी ‘ में अपना संगीत दिया था।