हमारे देश भारत में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर क्रेज चरम पर है।अभी तक इसे कानूनी दर्जा नहीं मिला है फिर भी इसके निवेशकों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। यह सरकार की सबसे बड़ी परेशानी भी बन गई है। डिजिटल करेंसी के निवेशकों के साथ होने वाले क्रिप्टोकरेंसी ( Cryptocurrency) )स्कैम को ध्यान में रखते हुए इस बजट सत्र में सरकार क्रिप्टोकरेंसी रेग्युलेशन बिल पेश कर सकती है।
ब्लॉकचेन फर्म Chainalysis ने एक रिपोर्ट जारी किया है।जारी रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 में क्रिप्टोकरेंसी स्कैम में पिछले साल के मुकाबले भारी गिरावट आई है।
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2021 में इंडियन्स ने 96 लाख बार क्रिप्टोकरेंसी स्कैम वेबसाइट विजिट किया।2020 में भारतीयों ने 1.78 करोड़ बार क्रिप्टोकरेंसी स्कैम वेबसाइट विजिट किया था। पिछले दिनों क्रिप्टोकरेंसी एडॉप्शन इंडेक्स जारी किया हुआ था। Finder Cryptocurrency) adoption index के अनुसार दिसंबर में भारत क्रिप्टो एडॉप्शन के मामले में दूसरे पायदान पर था। जारी किए गए रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि यहां के लोग क्रिप्टो करेंसी में निवेश तो करते हैं लेकिन उन्हें उनके रिस्क के बारे में नहीं पता होता है।
ये हैं टॉप-5 स्कैमिंग वेबसाइट-
Chainalysis की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीयों में टॉप-5 स्कैमिंग वेबसाइट हैं- coinpayu.com, adbtc.top, hackertyper.net, dualmine.com, and coingain.app. ज्यादाकर क्रिप्टो स्कैम वेबसाइट्स फिशिं वेबसाइट्स होती हैं. इस वेबसाइट की मदद से यूजर्स की पर्सनल जानकारियां चुराने की कोशिश की जाती है। इन साइट पर फेंक इन्वेस्टमेंट प्लान की भी जानकारी दी रहती है।
सोशल मीडिया (Cryptocurrency) के जरिए हो रही स्कैमिंग-
लाइव मिनट की रिपोर्ट की माने तो आजकल इंस्टाग्राम, फेसबुक, वॉट्सऐप और टेलीग्राम की मदद से भी क्रिप्टो स्कैम की कोशिश की जा रही है। इंडियन साइबस सिक्यॉरिटी फर्म Safe Security के को-फाउंडर राहुल त्यागी के अनुसार अभी भी कई ऐसे क्रिमिनल है जो क्रिप्टोकरंसी में यूजर्स के निजी जानकारी को शेयर करते हैं।ये साइबर क्रिमिनल्स यूजर्स के डेटा का एक्सेस मिलने के बाद उन्हें वॉट्सऐप और मैसेज के जरिए टार्गेट करते हैं।
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1200 करोड़ की धोखाधड़ी-
भारत और जांच एजेंसियों के लिए क्रिप्टोकरंसी स्कैम एक बहुत बड़ी चिंता की विषय बन गई है। इसी महीने एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट और कई अन्य एजेंसियों ने मिलकर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की पेशकश के नाम पर निवेशकों से करीब 1200 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में केरल के एक कारोबारी की संपत्ति जब्त की है। क्रिप्टो करेंसी के जरिए ठगी के मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं।