Vastu Tips: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व बताया गया है। ज्योतिष हमेशा गृह निर्माण से लेकर घर की सजावट तक वास्तु नियमों का पालन करने के लिए कहते हैं। अगर इनमें लापरवाही बरती जाए तो जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ जाता है।पश्चिम देशों में वास्तु नियमों का पालन बहुत ही सतर्कता के साथ होता है।
भारत में देवी काल से ही वास्तु (Vastu Tips) नियमों पर ध्यान देते हैं। लेकिन कई लोग बच्चों की स्टडी रूम की वस्तु को लेकर लापरवाही बरत देते हैं। वहीं दूसरी तरफ बच्चे के पढ़ाई में मन होने पर दोष बच्चों को दे दिया जाता है। और आपके बच्चे भी पढ़ाई में मन नहीं लगा पा रहे हैं तो स्टडी रूम में वास्तु नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। तो चलिए जान लेते हैं स्टडी रूम के लिए वास्तु नियम-
1. वास्तु (Vastu Tips) जानकारों के मुताबिक स्टडी रूम हमेशा उत्तर पूर्व दिशा में ही होना चाहिए। अन्य दिशा में स्टडी रूम होने पर बच्चे की रूचि स्टडी में नहीं रहती है। इसके लिए स्टडी रूम उत्तर या फिर पूर्व दिशा में ही होना चाहिए।
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2. स्टडी रूम में बैठने की व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि बच्चे का मुख दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए। दक्षिण दिशा में अग्नि की प्रधानता मानी जाती है। अग्नि की प्रधानता के कारण बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लग पाता है। इसी के साथ साथ बच्चा चिड़चिड़ा व्यवहार का हो जाता है।
3. स्टडी रूम में टेबल पर पठन-पाठन की सामग्री रखना बहुत ही शुभ बताया गया है। इसीलिए ग्लोब या फिर पिरामिड आप अपनी स्टडी टेबल पर रख सकते हैं।
4. स्टडी रूम में मां शारदा और बल,बुद्धि एवं विद्या के दाता हनुमान जी के साथ-साथ गणेश जी का भी चित्र जरूर लगाना चाहिए। इससे आपके बच्चे की एकाग्रता में वृद्धि होने लगेगी।
5.बच्चे को नियमित रूप से रोजाना स्टडी रूम में सुबह के समय स्नान ध्यान करने के बाद हनुमान चालीसा और सरस्वती चालीसा का पाठ करने को जरूर कहें। इसी के साथ साथ गायत्री मंत्र का भी जाप जरूर करना चाहिए। इससे आपको बुद्धि, बल और विद्या प्राप्त होगी।
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6. स्टडी रूम में अलमारी हमेशा पूर्व या फिर उत्तर दिशा में रखनी चाहिए। इसी के साथ साथ अध्ययन के वक्त बच्चे का मुख पूर्व की दिशा में रहना चाहिए।