Public Transport: दिल्ली की सड़कों पर Public Transport Service का प्रयोग करने वाले लोगों को केजरीवाल सरकार और ज्यादा सुविधा देने की तैयारी में जुटी है। दिल्ली सरकार ने एक स्ट्डी की है जिसमें पता लगाया है कि शहर के मौजूदा बस स्टॉप्स पर कहां सबसे ज्यादा किस ग्रुप के लोग बसों आदि में सफर करते हैं।
इस स्ट्डी के आधार पर सरकार City Bus Service के रूटों का रेशनलाइजेशन कर रही है। इसको लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में अहम मीटिंग आयोजित हुई जिसमें रूट रेशनलाइजेशन को लेकर की गई स्ट्डी से जुड़े सुझावों को लागू करने के लिए प्रेजेंटेशन भी दिया गया है।
मौजूदा समय में 37 फीसदी लोग कर रहे Public Transport का इस्तेमाल
बसों के रूट रेशनलाइजेशन के लिए छह तरह के सर्वे किए गए हैं। इस सर्वे में करीब दो लाख लोगों को शामिल किया गया था। इस सर्वे के अनुसार, 2 लाख लोगों में से 37 फीसदी लोग सार्वजनिक सेवा का इस्तेमाल करते पाए गए हैं। सर्वे में कई बातें सामने निकल कर आई हैं।
हर घंटे इन बस स्टॉप पर होते हैं यात्री
दिल्ली के मौजूदा बस सेवा के प्रदर्शन में कई चुनौतियां हैं। प्रत्येक ट्रिप में प्रति बस में 36 यात्री सफर करते हैं। मार्गों और अन्य सेवाओं का हाई ओवरलैप, ग्रामीण सेवा और आरटीवी तय रूट से अलग चलना है। दिल्ली और उसके आसपास के यात्रा पैटर्न को भी देखा गया जिसमें पाया गया कि दिल्ली केंद्रीय एरिया में बसों में यात्रा करने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है।
पांच बस स्टॉप्स पर पीक ऑवर में होती है यात्रियों की अधिक संख्या
दिल्ली के बस स्टापों का भी दौरा हुआ और इसमें पाया गया कि दिल्ली में पांच प्रमुख बस स्टाप हैं, जहां पर सुबह और शाम को पीक आवर के दौरान प्रति घंटा सबसे अधिक यात्रियों की संख्या होती है। पहले नंबर पर बदरपुर बॉर्डर है, जहां पर प्रति घंटा 1,382 लोग बसों का सफर करते हैं। इसके बाद कश्मीरी गेट पर प्रति घंटा 480 लोग बसों में सफर करते हैं। इसी तरह, मंडी हाउस में प्रति घंटा 408, पालिका केंद्र में प्रति घंटा 380 और मंगलापुरी टर्मिनल में प्रति घंटा 327 लोग सफर करते हैं।
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